889.07 करोड़ की राशि होगी खर्च
इस विश्वविद्यालय के लिए केंद्र 889.07 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च करेगी। कैबिनेट ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 (2014 की संख्या 6) की तेरहवीं अनुसूची में दिए गए प्रावधान के मुताबिक, तेलंगाना राज्य के मुलुगु जिले में सम्मक्का सरक्का केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 में आगामी संशोधन करने के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन), विधेयक, 2023 को संसद में प्रस्तुत करने की हामी भर दी है।
विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता में करेगा सुधार
इस विश्वविद्यालय से न सिर्फ राज्य में उच्च शिक्षा की पहुंच बढ़ेगी बल्कि गुणवत्ता में भी सुधार होगी। इसके साथ ही आदिवासी आबादी के लाभ के लिए भी राज्य में आदिवासी कला, संस्कृति और पारंपरिक ज्ञान प्रणाली में निर्देशात्मक और अनुसंधान संबंधी सुविधाएं मिलेगी जिससे उच्च शिक्षा और उन्नत ज्ञान के उपायों को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने की थी घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातिय हितों को ध्यान में रखते हुए इस विश्वविद्यालय की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भारत सरकार, मुलुगु जिले में भी एक Central Tribal University की स्थापना करेगी। इस विश्वविद्यालय का नाम पूज्यनीय आदिवासी देवियां सम्मक्का-सारक्का के नाम पर रखा जा रहा है।
जनजातीय भाषाओं का होगा संरक्षण
जनजातीय विश्वविद्यालय खुलने से जनजातीय भाषाओं में शिक्षा ग्रहण करने का रास्ता आसान होगा। इसके साथ ही जनजातीय भाषा के संरक्षण में भी मदद मिलेगी। इससे आदिवासी छात्रों को काफी फायदा होगा। सामान्यत: होता है कि जनजातीय भाषाओं में प्रशिक्षित शिक्षक नहीं होने की वजह से उच्च शिक्षा में कई परेशानियां होती है। इसलिए जरूरी है कि जनजातीय समुदाय में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय बनाया जाए। यह शिक्षा के अभियान को सफल बनाने के लिए सबसे जरूरी कदम है।