

• भारतीय छात्रों ने बढ़ाया देश का मान
• चौथी बार टॉप 10 में शामिल हुआ भारत
• इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भारत को 6 मेडल
Math Olympiad: भारत के 6 गणित प्रेमी छात्रों ने देश को गौरान्वित किया है। जापान के शिबा में हुए इंटरनेशनल मैथ ओलंपियाड में भारतीय छात्रों ने 6 मेडल जीतकर भारत का मान बढ़ाया है। इन मेडल्स में दो गोल्ड, दो सिल्वर और दो ब्रॉन्ज़ मेडल शामिल हैं। इस साल के इंटरनेशनल मैथ ओलंपियाड में 112 देशों ने भाग लिया था। भारतीय टीम इस प्रतियोगिता में 9वें स्थान पर काबिज हुई।
बढ़ाया देश का मान
जापान के शिबा में इस साल इंटरनेशनल मैथ ओलंपियाड का आयोजन 2 जुलाई से 13 जुलाई के बीच हुआ। इस प्रतियोगिता में बेंगलुरू के अतुल शातावर्त नादिग और नई दिल्ली के अर्जुन गुप्ता ने गोल्ड मेडल जीता है।
गुवाहाटी, असम के आनंदा भादुरी ने और पुणे, महाराष्ट्र के सिद्धार्थ ने सिल्वर मेडल जीता और पुणे के आदित्य मानगुडी वेंकट गणेश और हैदराबाद के अर्चित मानस ने ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल किया। इस तरह भारतीय छात्रों के हुनर से देश इस साल टॉप-10 में शामिल हो पाया।
चौथी बार भारत टॉप पर
चौथी बार ऐसा हुआ है कि भारत इस प्रतियोगिता में टॉप-10 पर आया। इससे पहले 1998 में भारत ने इंटरनेशनल मैथ ओलंपियाड में 7वां रैंक हासिल किया था। 2001 में भी भारत ने 7वां रैंक हासिल किया था। 2002 में भारत 9वें रैंक पर था और इस साल भी 9वें रैंक काबिज हो पाया।
इंटरनेशनल प्रतियोगिता के प्रतिभागियों के चुने जाने की प्रक्रिया
इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडलिस्ट जीतने वाले अर्जुन गुप्ता ने बताया कि ओलंपियाड के कई लेवल पार करने होते हैं। इनमें कुछ रिजनल्स और नेशनल होते हैं। कुछ सेलेक्शन टेस्ट्स भी देने होते हैं जिसमें देशभर के कई छात्र पार्टिसिपेट करते हैं। इसके बाद देशभर के 60 छात्रों को मुंबई में मैथ कैम्प में बुलाकर इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए चुने जाने का प्रोसेस किया जाता है।
होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन में छात्रों को इंटरनेशनल ओलंपियाड के लिए ट्रेनिंग मिलती है। यहीं से कई इंटरनेशनल ओलंपियाड (फ़िज़िक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, एस्ट्रोनॉमी और मैथ) का चुनाव होता है। HBCSE द्वारा नेशनल ओलंपियाड एग्ज़ामिनेशन करवाया जाता है और कई स्टेजेस में परीक्षा देनी होती है।