

- देश की सबसे बड़ी ओपन यूनिवर्सिटी है इग्नू
- पिछड़े तबके के छात्रों को बेहतर अवसर देने इग्नू कर रहा है पहल
- जुलाई में शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया
देश के प्रतिष्ठित ओपन यूनिवर्सिटी के तौर पर इग्नू की पहचान है। मल्टीपल कोर्सेज के साथ ही यह। दूरस्थ शिक्षा के कई ऑप्शन मौजूद होते हैं। वहीं अब शिक्षा के क्षेत्र में कुछ बेहतर करने के उद्देश्य से इग्नू एक नई पहल करने जा रहा है, जिसके अनुसार एससी एसटी छात्रों को पढ़ाई के मौके मिलेंगे।
दरअसल इग्नू के जुलाई सेशन में एडमिशन के लिए आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है। इग्नू के ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन किया जा सकता है। इसके लिए ऑफिशियल वेबसाइट https://ignouadmission.samarth.edu.in/ पर विजिट करना होगा। यहां एडमिशन की आखिरी तारीख 30 जून रखी गई है। इग्नू में बीए, बीएससी, बीकॉम के साथ विभिन्न ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा और सर्टिफिकेट के 300 से अधिक कोर्स मौजूद हैं, जिसमे छात्र अपनी पसंद से एडमिशन ले सकते हैं।
एससी, एसटी छात्र कर सकते हैं नि:शुल्क एडमिशन
एससी-एसटी स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन के लिए बीए, बीएससी और बीकॉम कोर्स में नि:शुल्क एडमिशन ले सकेंगे। इसके लिए स्टूडेंट्स के पैरेंट्स की इनकम ढाई लाख रुपये सालाना से अधिक ज्यादा नहीं होनी चाहिए। उन्हें सिर्फ 300 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस और 500 रुपये डेवलपमेंट फीस ही भरना होगा।
आवेदन कैंसिल होने पर वापिस होगी फीस
अगर किसी वजह से छात्र एडमिशन वापस लेना चाहता है तो आवेदन और फीस का भुगतान कर देने के बावजूद उसे वापस किया जा सकेगा। इसके लिए सिर्फ रजिस्ट्रेशन फीस काटी जायेगी। बची हुई फीस छात्र को वापस कर दी जाएगी। 30 जून के बाद अधिकतम 15 दिन के अंदर फीस वापसी के लिए 500 रुपये की अतिरिक्त कटौती करवानी होगी। जबकि 30 दिन के अंदर वापस चाहने पर 1000 रुपये की अतिरिक्त कटौती यूनिवर्सिटी द्वारा की जाएगी। 30 दिन के बाद
फीस वापसी के नियम नहीं हैं।