प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारत ऊर्जा सप्ताह (India Energy Week 2023) का शुभारंभ किया था। बेंगलुरु में आयोजित यह कार्यक्रम भविष्य में पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के विकल्प के रोडमैप को बनाने में बेस तैयार करेगा। आंकड़े कहते हैं कि साल 2040 तक भारत को वैश्विक मांग की कुल 25 फीसदी ऊर्जा की आवश्यक्ता होगी। इस जरूरत के ध्यान में रखते हुए भारत रणनीति बनाकर वैकल्पिक ऊर्जा और हरित ऊर्जा की ओर अपने कदम बढ़ा रहा है। पीएम मोदी ने भारत ऊर्जा सप्ताह में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने वाली कई पहलों की शुरूआत की है।
ग्रीन एनर्जी को बल देगी ‘अनबॉटल्ड’ पहल
भारत ऊर्जा सप्ताह कार्यक्रम में इंडियन ऑयल की ‘अनबॉटल्ड’ पहल के तहत यूनिफॉर्म को लॉन्च किया गया। सिंगल यूज प्लास्टिक को खत्म करने की दिशा में यह पहल की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर इंडियन ऑयल ने री-साइकिल पॉलिएस्टर (RPET) और कपास से ड्रेस तैयार की है। इंडियन ऑयल द्वारा बनाए गए इस ड्रेस का प्रत्येक सेट लगभग 28 इस्तेमाल की गई बोतलों को री- साइकिल कर तैयार किया गया है। इस तरीके से खुदरा ग्राहक सहायकों और एलपीजी वितरण कर्मचारियों के लिए ड्रेस तैयार किया जाएगा। लोगों में प्लास्टिक वेस्ट को खत्म करने के लिए जागरूकता पैदा करने इस वर्दी को रिटेल आउटलेट पर भी रखा जाएगा। अनबॉटल्ड के तहत तैयार ये ड्रेस पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल होंगी। इंडियन ऑयल की इस पहल से हर साल करीब 10 करोड़ वेस्ट प्लास्टिक की बोतलों का उपयोग किया जा सकेगा।
अनोखा है इंडोर सोलर कुकिंग सिस्टम का ट्विन कुकटॉप मॉडल
प्रधानमंत्री मोदी ने द्वारा इस कार्यक्रम में इंडियन ऑयल के इंडोर सोलर कुकिंग सिस्टम के ट्विन कुकटॉप मॉडल को देखा गया। इंडियन ऑयल ने पहले सिंगल कुकटॉप के साथ एक नए और पेटेंट संरक्षित इंडोर सोलर कुकिंग सिस्टम को डेवलप किया था। ट्विन-कुकटॉप इंडोर सोलर कुकिंग सिस्टम को उपयोगकर्ताओं को अधिक लचीलापन और सुविधा देने के लिए यहा डिजाइन हुआ है। अक्षय ऊर्जा की दिशा में यह एक क्रांतिकारी कदम है। यह तकनीक सौर और सहायक ऊर्जा दोनों स्रोतों पर एक साथ काम करता है। यह भारत के लिए एक विश्वसनीय खाना पकाने का समाधान बन सकता है।
ई 20 ईंधन से खत्म होगा प्रदूषण
वर्तमान में भारत के 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में तेल विपणन कंपनियों के 84 आउटलेट्स पर ई20 ईंधन की शुरुआत कर दी है। ई20 ईंधन के तहत पेट्रोल में 20% एथेनॉल को मिलाकर बेचा जा रहा है। सरकार का यह लक्ष्य है कि 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल सम्मिश्रण को पूर्ण रूप से हासिल किया जाए।