सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीन इस महीने से बाजार में, दो डोज की कीमत 2 हजार रुपए, जानें सभी डिटेल्स !



भारत में लड़कियों को अब सर्वाइकल कैंसर से सुरक्षा मिलेगी। जिसके लिए पहली स्वदेशी ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) वैक्सीन तैयार हो गई है। इस वैक्सीन का नाम ‘CERVAVAC’ है। हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह ने इस वैक्सीन को लॉन्च किया था। इस वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के सहयोग से तैयार किया गया है। अब सीरम इंस्टीट्यूट की यह वैक्सीन CERVAVAC इस महीने से मार्केट में मिलने लगेगी। बता दें कि इस वैक्सीन में दो डोज होंगे। जिसकी कीमत 2 हजार रुपए निर्धारित की गई है।

वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII), डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी (DBT), बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल (BIRAC) और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने मिलकर तैयार किया है। SII के CEO अदार पूनावाला ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि शुरुआत में वैक्सीन की क्वान्टिटी कम होगी। धीरे-धीरे इसके प्रोडक्शन को बूस्ट किया जाएगा।

स्कूलों में लगेगी वैक्सीन

केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से देशभर में छात्राओं के बीच सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम और HPV वैक्सीन के महत्व के बारे में जानकारी फैलाने के लिए कहा है। इसके अलावा कैंसर के खतरे की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार जल्द ही स्कूल लेवल पर वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत भी कर देगी। केंद्र सरकार की तरफ से इस अभियान की शुरुआत की गई है। इस अभियान में खासकर 9 से 14 साल की लड़कियों के लिए स्कूलों में ही वैक्सीन लगाई जाएगी।

मिलेगी जानलेवा सर्वाइकल कैंसर से सुरक्षा

सर्वाइकल कैंसर दुनियाभर में महिलाओं के लिए दूसरी सबसे खतरनाक बीमारी है। जो योनि से शुरू होकर मूत्राशय, मलाशय से लेकर फेफड़ों तक में बहुत तेजी से संक्रमण फैलाता है। यह बीमारी पैपिलोमा वायरस (HPV) नाम के वायरस के संक्रमण के कारण होती है। जो महिलाएं ज्यादा धूम्रपान करती हैं या इम्यूनिटी को दबाने वाली दवाओं का ज्यादा इस्तेमाल करती हैं, उन्हें इस कैंसर का खतरा ज्यादा है। लेकिन अब इस वैक्सीन से महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर के खतरे से सुरक्षा मिलेगी। भारत में सर्वाइकल कैंसर के लिए 2008 से Gardasil और Cervarix नाम की दो विदेशी वैक्सीन लगाई जा रही थी। इनकी एक डोज 3 हजार रुपए से शुरू होकर 10 हजार रुपए तक में मिलती है। 9 से 14 साल की किशोरियों को 6 महीने के अंतराल में इसकी दो डोज लगाई जाती है। वहीं 15 से 45 साल उम्र की महिलाओं को तीन डोज लगाई जाती है।

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Dr. Kirti Sisodhia

Content Writer

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