

Medicinal Plant Seeds: केंद्र सरकार बागवानी और खेती से संबंधित सभी तरह की योजनाओं से किसानों की मदद कर रही है। इनसे किसानों को काफी हद तक लाभ होगा। इस योजना से किसानों की आय में भी वृद्धि हो रही है। इस बार केंद्र सरकार किसानों के औषधीय पौधों की देखभाल के लिए खास योजना लेकर आयी है।
इस योजना के माध्यम से, उत्तर भारतीय राज्यों चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले औषधीय पौधों की खेती करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड और आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, जोगिन्द्रनगर (RCFC NR1) NMPB द्वारा संचालित क्षेत्रीय एवं सुगमता केंद्र ईच्छुक किसानों को शिगरू, अश्वगंधा, सर्पगंधा, कालमेघ, अशोक, तिमरु जैसी महत्वपूर्ण औषधीय पौधों के पौधे और बीज दे रहे हैं।
इस प्रोसेस को करेंगे किसान फॉलो
इसके लिए किसान को अपना नाम, संपर्क विवरण, आवश्यक पौधों की संख्या आदि जानकारी देनी होगी। इसके लिए किसानों को पौधे और बीज उपलब्ध करवाए जाएंगे। ये बीज उच्च गुणवत्ता के साथ ही किसानों के उत्पादन और सहायता के लिए पूरी तरह से उपयुक्त हैं। आयुर्वेदिक औषधियों का उपयोग आरोग्य और संतुलन को बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण होते हैं।
किसानों को इससे संबंधित जानकारी के लिए कॉल सर्विस भी प्रोवाइड की गई है। इसके साथ ही ईमेल के जरिए भी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इसके लिए जारी इमेल rcfcnorth@gmail.com और rcfcnr1@gmail.com है।
प्रक्रिया
• किसानों को सबसे पहले आवेदन करना होगा.
• आवेदन के लिए उचित फॉर्म को भरना होगा, जिसमें नाम, संपर्क विवरण, आवश्यक पौधों की संख्या आदि जानकारी दी जाएगी।
• आवेदन फॉर्म को निर्धारित तिथि तक जमा कर दें।
इस तरह उत्तर भारतीय राज्यों के किसानों को राष्ट्रीय औषध पादप बोर्ड के केंद्रों के माध्यम से औषधीय पौधों की उच्च गुणवत्ता वाली खेती करने का अवसर दिया जा रहा है। यह योजना उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करती है और स्वास्थ्य को सुधारने में भी काफी मदद करती है। इसके लिए, उच्च गुणवत्ता के पौधे और उत्पादन प्रक्रिया में वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।