

• भारत के साथ UPI डील कर रहा है इंडोनेशिया
• लोकल करेंसी ट्रेड और रियल-टाइम पेमेंट मैकेनिज्म डील
• व्यापारी UPI से कर पाएंगे पेमेंट
Unified Payments Interface: लोकल करेंसी को बढ़ावा देने के लिए भारत धीरे-धीरे कदम बढ़ा रहा है। हाल ही में फ्रांस और UAE के साथ रियल-टाइम पेमेंट मैकेनिज्म और लोकल करेंसी ट्रेड डील साइन करने के बाद भारत की तैयारी अब इंडोनेशिया के साथ ऐसी ही एक डील करने की है। दोनों देशों के वित्त मंत्रियों के बीच इसे लेकर 16 जुलाई को एक मीटिंग हुई, जिसकी जानकारी ऑफिशियली जारी की गई है।
डिजिटल पेमेंट की बढ़ सकती है लिमिट
रिपोर्ट के अनुसार, सरकार दोनों देशों के बीच डिजिटल पेमेंट की लिमिट को बढ़ाने पर भी विचार कर रही है, जिससे UPI और इसी तरह के दूसरे पेमेंट मैकेनिज्म के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
इस मीटिंग में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बातचीत के दौरान इंडोनेशियाई वित्त मंत्री मुल्यानी इंद्रावती ने बताया कि, ‘दोनों देश डिजिटल टेक्नोलॉजी, सेंट्रल बैंकों के तहत पेमेंट मेकेनिज्म और लोकल करेंसी के इस्तेमाल में सहयोग की संभावना पर बातचीत करेंगे।’
भारत-इंडोनेशिया के आपसी करेंसी में होगा व्यापार
अधिकारियों की मानें तो, मुद्रा व्यवस्था संभवतः संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के जैसी होगी। जिसका मतलब है कि भारतीय निर्यातक इंडोनेशियाई रुपए (rupiah) में अपना व्यापार निपटा कर सकते हैं, जबकि दूसरा पक्ष (इंडोनेशियाई व्यापारी) भारतीय रुपए (₹) में अपना पाम ऑयल और दूसरा व्यापार कर सकेंगे।
भारत के बड़े ट्रेडिंग पार्टनर्स में से एक है इंडोनेशिया
इंडोनेशिया भारत का रेगुलर ट्रेड पार्टनर है, दोनों देशों के बीच पिछले साल लगभग 3.20 लाख करोड़ रुपए का बिजनेस हुआ है। साल 2022 में इंडोनेशिया भारत का छठा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर था। इस समय पाम ऑयल और पेट्रोलियम के बड़े शिपमेंट के कारण इंडोनेशिया ने 1.55 लाख करोड़ रुपए के ट्रेड सरप्लस (व्यापार में मुनाफा) भी भारतीय व्यापार से पाया था।
वैसे भारत का यूपीआई (UPI) फ्रांस के अलावा भी कई देशों में काम कर रहा है। इन देशों में- सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात और भूटान का नाम शामिल है। भारत में गूगल पे, अमेजन पे, पेटीएम, भीम , भारतपे, फोनपे जैसे सारे डिजिटल पेमेंट ऐप यूपीआई इंटरफेस पर आधारित हैं।
इसी साल NPCI ने 10 देशों के प्रवासी भारतीयों को NRI/NRO खातों से यूपीआई (UPI) के जरिए फंड ट्रांसफर करने की अनुमति प्रदान की है। NPCI की तरफ से कहा गया है कि उसे प्रवासियों को UPI के जरिये लेनदेन के लिये अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबरों का उपयोग करने की अनुमति देने को लेकर अनुरोध मिल रहे हैं। भारत के बाहर रहने वाला कोई भी व्यक्ति रुपये में लेन-देन को लेकर NRO खाता से काम कर रहा है। ये प्रवासी भारतीय सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, हांगकांग, ओमान, कतर, अमेरिका, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और ब्रिटेन में रहने वाले लोग हो सकते हैं।