‘पृथ्वीराज रासो’ के महाकवि, चंदबरदाई की कहानी
'चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमाण, ता ऊपर सुल्तान है, मत चूको चौहान', इस प्रमुख काव्य की रचना कवि चंदबरदाई ने की हैं।
'चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमाण, ता ऊपर सुल्तान है, मत चूको चौहान', इस प्रमुख काव्य की रचना कवि चंदबरदाई ने की हैं।
प्रसिद्ध रंगर्कमी जिनका जन्म छत्तीसगढ़ में हुआ, लेकिन उन्होने भारत का नाम विदेशों में भी रौशन किया। वह इकलौते भारतीय थे जो रॉयल एकेडमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट लंदन केलिए चयनित हुए ।
‘जन-मन-गण’ सिर्फ एक गीत नहीं है, बल्कि देश प्रेम का प्रतीक है।
भारत के मालवा प्रांत ने कई वीर योद्धाओं को जन्म दिया है। इन वीर योद्धाओं में शामिल थीं हमारी कुछ वीरांगनाएं...कुछ ऐसी साहसी महिलाएं जिन्होंने अपनी भागीदारी से इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों से लिख दिया।
भारतीय इतिहास में रज़िया सुल्तान का नाम स्वर्ण अक्षरों में…
भारत का इतिहास इस कथन के सही होने का साक्षी…
भारतीयों ने अपने अधिकार के लिए एवं भारत को एक…
भारतीय इतिहास के सबसे प्रख्यात चरित्रों में से एक, इस…
शिक्षा..... शिक्षा वो अस्त्र है, जिसकी सहायता से हम हर…
भारत का इतिहास भारतीयों द्वारा लिखित एक जीवनी है। वीरता,…