

उत्तरप्रदेश का एक सरकारी स्कूल नई शिक्षा पद्धतियों से बच्चों को भविष्य के लिए तैयार कर रहा है। दरअसल उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जालौन का एक सरकारी विद्यालय में तैनात शिक्षक बच्चों को किताबी ज्ञान से लेकर उन्हें तकनीकी शिक्षा से भी जोड़ रहे हैं। स्कूल में बच्चों के लिए एक अलग लाइब्रेरी तैयार किया है। यही नहीं स्कूल में छात्रों को प्रोजेक्टर की मदद से शिक्षा दी जाती है।
जालौन के इस स्कूल में छात्रों को सैद्धांतिक शिक्षा से भी जोड़ा जाता है। जालौन के अमखेड़ा के इस स्कूल में तैनात शिक्षक छात्रों को संस्कारवान और तकनीकी तौर पर तैयार कर रहे हैं, ताकि भविष्य में बच्चे किसी भी तरह के नॉलेज से चूकें नहीं।
ट्विटर पर वायरल हो रहे हैं जालन के शिक्षक
एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें जालन के इस स्कूल की तारीफ हो रही है। यह वीडियो शिक्षा विभाग के टि्वटर हैंडल से पोस्ट किया गया है। इस वीडियो में शिक्षक के काम की तारीफ की जा रही है।
सरकार तक पहुंची तस्वीरें
इस स्कूल की जो वीडियो वायरल हो रही हैं उनमें स्कूल परिसर की बिल्डिंग व छात्रों के जीवन को नया रूप देने का प्रयास किया गया है। इस स्कूल के शिक्षक विपिन उपाध्याय प्रदेश सरकार के द्वारा ‘राज्य शिक्षक पुरस्कार’ से भी सम्मानित हो चुके हैं। विपिन उपाध्याय जालौन के अमखेड़ा प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। उनके छात्रों के एक्टिविटी की तस्वीरें बेसिक शिक्षा डिपार्टमेंट से लेकर योगी सरकार तक तारीफें पहुंच रही हैं।
जानकारी के अनुसार विपिन उपाध्याय 29 जुलाई 2013 को अमखेड़ा प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक के पद पर नियुक्त हुए थे। नियुक्ति के बाद उन्होंने विद्यालय का दिशा बदल दी। उन्होंने स्कूल में कई नवाचार किए। इसके अलावा विद्यालयों को भी मॉडल बनाने के लिए काम किया गया। इस स्कूल में कक्षा 1 से 3 तक के छात्रों को किताबों से नहीं बल्कि प्रोजेक्ट और टीवी के सहारे पढ़ाई करवाया जाता है। स्कूल में लाइब्रेरी की भी व्यवस्था की गई है। दरअसल, स्कूल में टीवी प्रोजेक्टर, स्टेबलाइजर, इन्वर्टर, कूलर, हैंडवाश जैसी तमाम सुविधाएं भी छात्रों को दी गईं हैं। नवाचार के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए इस स्कूल को और शिक्षकों का चयन किया गया है। डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन की तरफ से छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के तरीके के लिए इस स्कूल की तारीफ की जा रही है।