भारत के इस राज्य में पेड़ों को मिलता है पेंशन, जानें क्या है इस अनोखे रिवाज की वजह!

Tree: पेड़ हमारे जीवनदाता हैं। वे हमें जीवन तो देते ही हैं साथ ही हमारी आस्था का भी प्रतीक हैं। यही वजह है कि हर व्यक्ति पेड़ों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझकर उसकी सुरक्षा करता है। पूरी दुनिया में पेड़ों को बचाने की कई अनोखी तरकीब अपनाई गई लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का एक राज्य ऐसा भी है जो पेड़ों को पेंशन देता है। जानते हैं क्या है अनोखी प्रथा की कहानी..

इंसानों को मिलने वाले पेंशन के बारे में तो सभी जानते हैं पर क्या किसी ने ये सुना है कि पेड़ भी पेंशन के पात्र होते हैं। दरअसल भारत के हरियाणा राज्य में पेड़ों के लिए एक स्कीम चलाई जा रही है। इस योजना की घोषणा हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने 5 जून 2021 को की ताकि पेड़ों को सुरक्षा मिल सके। इसकी शुरूआत करते हुए उन्होंने कहा था कि प्रदेश के बुजुर्ग पेड़ों के सालाना 2500 रुपये पेंशन मिलेगी। जो बाद में बढ़ा कर 2750 रुपये हो गई। हालांकि, ये पेड़ कोई आम पेड़ नहीं है बल्कि काफी बूढ़े पेड़ है, जिनकी उम्र 75 साल से ज्यादा होगी। इन पेड़ों को हरियाणा सरकार प्राणवायु देवता स्कीम के तहत सालाना पेंशन दे रही है।

स्कीम में मिलने वाले पैसे

इस योजना के तहत हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर की सरकार पेड़ों को पेंशन देती है। उन्होंने 5 जून 2021 को इसकी शुरूआत की थी। इसमें उन्होंने कह था कि प्रदेश के बुजुर्ग पेड़ों के सालाना 2500 रुपये पेंशन देने का प्रावधान सरकार की तरफ से की जाएगी। सबसे बड़ी बात ये है कि इस राशि को बढ़ा कर 2750 रुपये कर दिया गया है। इस स्कीम के तहत फायदा लेने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी कराया जा सकता है। इसके साथ ही ऑफलाइन माध्यम से भी इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है।

ऐसे ले लाभ

अगर आप हरियाणा के निवासी हैं और आपके पास इतने पुराने पेड़ हैं। यानी कि आपके पास अगर 75 साल पुराने पेड़ हैं तो आप अपने पेड़ों का रजिस्ट्रेशन इस स्कीम के तहत करा कर लाभ ले सकते हैं। वहीं अगर आपके पेड़ पीपल के हैं तो सरकार इन्हें ज्यादा महत्व दे रही है। दरअसल, पीपल का पेड़ हमेशा ऑक्सीजन छोड़ता है इसलिए हिंदू धर्म को मानने वाले लोग इसकी पूजा तो करते हैं साथ ही ये पर्यावरण के लिए भी काफी अहम माना गया है।

SP LOGO

Rishita Diwan

Content Writer

CATEGORIES Business Agriculture Technology Environment Health Education

SHARE YOUR STORY

info@seepositive.in

SEND FEEDBACK

contact@seepositive.in

FOLLOW US

GET OUR POSITIVE STORIES

Uplifting stories, positive impact and updates delivered straight into your inbox.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.
CATEGORIES Business Agriculture Technology Environment Health Education

SHARE YOUR STORY

info@seepositive.in

SEND FEEDBACK

contact@seepositive.in

FOLLOW US

GET OUR POSITIVE STORIES

Uplifting stories, positive impact and updates delivered straight into your inbox.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.