

तनमाला इकोटूरिज्म

अजंता अलोरा

महाराष्ट्र में स्थित अंजता और एलोरा की गुफाएं मनुष्य की उत्तपत्ति को जानने के लिए सबसे अच्छा स्थल है। ये प्राचीन पर्यावरणीय पर्यटन का स्थलों में से एक है। सांस्कृतिक, वास्तु और धार्मिक इतिहास को जानने के लिए ये बिल्कुल सही जगह है। यहां की गुफाएं सुंदर और दीवार चित्रों व कला का घर हैं जो बुद्ध और हिंदू धर्म के जीवन पर बेस्ड है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित गुफाएं प्रकृति का शानदार उदाहरण है।
अंडमान निकोबार द्वीप

यह 572 छोटे द्वीपों का एक समूह है जो अपने निर्वासित जंगलों, साफ जल और सदाबहार पेड़ों के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि ये दूसरे देशों के नजदीक स्थित हैं, इसलिए यहां विभिन्न वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत श्रृंखला का नजारा देखने को मिलता है। पर्यावरण पर्यटकों के लिए इस द्वीप के पास बहुत कुछ है।
केवलादेव नेशनल पार्क

राजस्थान के भरतपुर में स्थित, केवलादेव नेशनल पार्क मानव निर्मित वेटलैंड है और भारत में सबसे प्रसिद्ध अभयारण्यों में से एक है। यहां पर पक्षियों की हजारों प्रजातियां देखने को मिलेगी। इस राष्ट्रीय उद्यान में 379 से अधिक फूलों, 366 पक्षी और मछली की 50 प्रजातियां देखने को मिलेंगी। केवलादेव नेशनल पार्क देश के सबसे अमीर पक्षी विहारों में में से एक है, खासकर सर्दियों के महीनों के दौरान यहां देश-विदेशी पक्षियों का झुंड देखने को मिल जाएगा।
पर्यटन सिर्फ मनोरंजन का नहीं बल्कि धरती, प्रकृति को जानने का भी एक रास्ता है। हम सभी की ये जिम्मेदारी है कि हम जहां भी जाएं प्रकृति का ख्याल रखें और अपने आने वाली पीढ़ी को भी ये सीख दें।