Rann Utsav 2023 पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है। 10 नवंबर से शुरू हुआ यह उत्सव (Rann Utsav 2023) 25 जनवरी 2024 तक चलेगा। जिसका हिस्सा बनने देश ही नहीं विदेशों से भी भारी संख्या में पर्यटक पहुंच चुके हैं। गुजरात के धोरडो गांव को बेस्ट टूरिस्ट विलेज ता पुरस्कार भी मिल चुका है। जिसके बाद लोगों को यहां का आकर्षण और भा रहा है।
Rann Utsav 2023 की खासियत
कच्छ के सफेद रण में सजा ये उत्सव भारत की शान है। यहां पर आने वाले पर्यटक भारत की संस्कृति को करीब से जान रहे हैं। यहां आने वाले पर्यटकों को लिए 350 से ज्यादा टेंट लगाए जा चुके हैं। यहां सफेद रेगिस्तान में Rann Utsav-The Tent City का उत्सव पूरे उत्साह पर है। यहां पहुंचे विदेशी समेत स्थानीय पर्यटक टेंट सिटी का आनंद ले रहे हैं।
Rann Utsav 2023 में पहली बार धोलावीरा शामिल
Rann Utsav 2023 में धोलावीरा को पहली बार पैकेज में शामिल किया गया है, जो रोड टू हेवन के कारण भी लोकप्रिय हो चुकी है। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए इस साल यहां पर प्लास्टिक का उपयोग कम से कम किया जा रहा है। पहली बार टेंट सिटी में प्लास्टिक की जगह लकड़ी के इस्तेमाल पर जोर दिया गया है। इलेक्ट्रिक वाहनों को भी उत्सव में रखा गया है ताकि Eco India के सपने में योगदान दिया जा सके।
Rann Utsav 2023 का आकर्षण
यहां लगाए गए 350 से ज्यादा टेंट सफेद रेगिस्तान में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हैं। ये खूबसूरत नजारा देखने के लिए देश विदेश से पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। रणोत्सव (Rann Utsav 2023) में करीब 350 टेंट लगे हैं जिसमें दरबारी और रजवाड़ी टेंट पर्यटकों को काफी पसंद आ रहे हैं। रणोत्सव (Rann Utsav 2023) इतना आकर्षक हैं हर साल लाखों की तादात में लोग यहां घूमने पहुंचते हैं। सफेद रेगिस्तान में आने वाले पर्यटकों के चलते गुजरात पर्यटन विभाग और राज्य सरकार को करोड़ों रुपए की आय टूरिज्म के जरिए हो रीह है। रणोत्सव (Rann Utsav 2023), कच्छ और गुजरात की पहचान के तौर पर उभरा है। इस साल रण असद में पारंपरिक कला के हस्तशिल्प स्टॉल भी लगे हैं। सफेद रेगिस्तान का आनंद लेने के लिए विदेश से आने वाले पर्यटकों को भी एक ही अलग अनुभव हो रहा है। रणोत्सव (Rann Utsav 2023) में एक और खास बात है कि Rann Utsav 2022-23 सीजन में G20 टूरिज्म मीट का आयोजन भी हुआ था जिसने विदेश डेलीगेट्स का भी मन मोह लिया।