

Solar Energy: उत्तरप्रदेश के बरेली में ऊर्जा संरक्षण और ग्रीन एनर्जी की दिशा में एक सराहनीय कार्य किया जा रहा है। इसके लिए हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि बढ़ती ऊर्जा की जरूरत को पूरा करने में सौर ऊर्जा (Solar Energy) सबसे बेहतर विकल्प के रूप में स्थापित है। उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में सौर ऊर्जा की भूमिका महत्वपूर्ण होने वाली है।
दरअसल उत्तरप्रदेश के सरकारी स्कूलों में सौर ऊर्जा के उपयोग से बच्चों में जागरूकता आ सकेगी। साथ ही साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 500 गीगावाट ग्रीन एनर्जी के प्रयोग में लाए जाने के सपने को भी पूरा किया जाएगा।
इंडियन ऑयल, गेल इंडिया और यूपी नेडा के बीच सौर ऊर्जा को लेकर एमओयू
एमओयू इंडियन ऑयल, गेल इंडिया और यूपी नेडा के बीच किया गया। इस समझौते से रायबरेली के सभी माध्यमिक स्कूलों को सौर ऊर्जा की रोशन किया जाएगा। योजना के पहले चरण में रायबरेली के 200 के करीब माध्यमिक स्कूलों को सौर ऊर्जा से जोड़ा जाएगा।
रायबरेली के सभी माध्यमिक स्कूलों में सोलर प्लान्ट्स का इन्सटालेशन पूरा होने के बाद लखनऊ, सीतापुर, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हरदोई और प्रतापगढ़ के भी सभी माध्यमिक स्कूलों को सौर-उर्जा से रौशन किया जाएगा।
योजना का उद्देश्य
स्कूलों को सौर ऊर्जा (Solar Energy) की रोशनी से रौशन करने की योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। यहां सभी संयंत्र नेट मीटरिंग से जुड़े होंगे जिससे माध्यमिक स्कूल हर साल अपनी जरूरत की बिजली इस्तेमाल के बाद बाकी बिजली सौर ऊर्जा ग्रिड में देकर आय भी हासिल कर सकते हैं। इस योजना का पूरा खर्चा विधायक निधि और कम्पनियों के सीएसआर से किया जाएगा।