खाने की हेल्दी आदतें दूर करती है मेंटल हेल्थ से जुड़ी परेशानियां, जानें एक्सपर्ट्स की राय?

मेंटल हेल्थ पर आजकल काफी खुलकर बात होने लगी है। एक समय था जब लोग इस पर बात करने से डरते थे। लेकिन विषय की समझ और जागरूकता ने कई बदलाव किए हैं। कोविड की स्थिति, काम का दबाव और कई सारे सामाजिक कारणों के चलते पिछले कुछ सालों में लोगों को मेंटल हेल्थ से जुड़ी परेशानियां होने लगी है। ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

जहां एक तरफ विशेषज्ञों की सलाह और मनोविज्ञानी की सलाह से इस स्थिति से पार पाया जा सकता है वहीं अच्छा जीवनशैली और खान पान से भी मेंटल हेल्थ को ठीक कर सकते हैं। मानसिक समस्याओं के खतरे कम करने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार काफी मददगार साबित होता है। आहार शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में काफी अहम भूमिका निभाता है। इस लेख के माध्यम से जानेंगे कि कैसे आप खान-पान के प्रति थोड़ी सा ध्यान रख डिप्रेशन और एंग्जायटी की समस्या से दूर हो सकते हैं…

साबुत अनाज के कई हैं गुण

मानसिक स्वास्थ्य के लिए साबुत अनाज को हेल्थ एक्सपर्ट्स काफी लाभकारी मानते हैं, वैसे तो साबुत अनाज के सेवन को कई तरह से फायदेमंद कहा जाता है लेकिन साबुत अनाज में जटिल कार्बोहाइड्रेट और कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। साबुत अनाज मस्तिष्क को ट्रिप्टोफैन अवशोषित करने में सहायता करता है। अवसाद और चिंता को कम करने में भी साबुत अनाज अच्छा माना गया है।

पालक पौष्टिकता से भरपूर

पालक और हरा पत्तेदार साग सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। पौष्टिकता से भरपूर ये आहार मस्तिष्क को पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड देता हैं, ये अवसाद के खतरे को कम करता है। मानसिक स्वास्थ्य के कारण जिन लोगों को नींद नहीं आने की परेशानी होती है, उन्हें पालक का इस्तेमाल करना चाहिए। रिसर्च कहते हैं कि पालक में मौजूद यौगिक गुण वृद्ध लोगों में डेमेंशिया के खतरे को भी कम करने में सहायक होते हैं।

सूखा मेवा

मेंटल हेल्थ के लिए सूखे मेवे को भी अच्छा माना जाता है, सूखा मेवे में ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक उत्कृष्ट सोर्स है, जो अवसाद से लड़ने में मदद करता है। जैसे काजू में मैग्नीशियम की अच्छी मात्रा मस्तिष्क को ऑक्सीजन देती है, बादाम में पाया जाने वाला फेनिलएलनिन नामक यौगिक मस्तिष्क के लिए डोपामाइन और अन्य न्यूरोट्रांसमीटर का प्रोडक्शन करने में मदद करता है।

Note- यह लेख मेडिकल रिपोर्ट्स और एक्सपर्ट्स से बातचीत के आधार पर लिखा गया है। seepositive अपने पाठकों को बेहतर, जानकारी पूर्ण और सकारात्मक कंटेंट उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। किसी तरह की गंभीर समस्या होने पर एक्सपर्ट्स की राय जरूर लें।

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Dr. Kirti Sisodhia

Content Writer

CATEGORIES Business Agriculture Technology Environment Health Education

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