12th Fail ऐसे बना IPS ऑफिसर, अनोखी रियल लाइफ स्टोरी पर बन रही है फिल्म!

12th Fail IPS Manoj: ‘लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की हार नहीं होती’ ये फेमस लाइन आईपीएस मनोज शर्मा पर बिल्कुल फिट बैठती है। आज इनके बार में हर कोई सर्च कर रहा है, हर कोई ये जानना चाह रहा है कि ऐसा क्या हुआ कि एक 12वीं फेल लड़का देश के सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में पास होकर आईपीएस बन गया। 

IPS मनोज शर्मा इस समय देश भर के लाखों युवाओं के लिए एक मिसाल बन गए हैं। उन पर 12वीं फेल नाम  की फिल्म बनी है जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं। 

चंबल से है रिश्ता 

चंबल के बीहड़ इलाके से आईपीएस मनोज शर्मा का संबंध है। ऐसा नहीं है कि उनका जीवन काफी आसान था उन्होंने जीवन में कई संघर्षों का सामना कर अपनी मंजिल पाई है। वे कई बार हारे लेकिन मेहनत करनी नहीं छोड़ी। फिलहाल मनोज कुमार शर्मा महाराष्ट्र केडर में एडिशनल कमिश्नर के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। 

आईपीएस मनोज कुमार शर्मा के बारे में

मध्यप्रदेश के मुरैना मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर पर एक गांव बिलगवां, यहीं से आते हैं मनोज कुमार। साल 1977 को इसी गांव में उनका जन्म हुआ। उनके पिता कृषि विभाग में नौकरी करते थे। यहीं पर उनकी 11 वीं और 12वीं की पढ़ाई हुई। वे जब 12वीं में पहुंचे तो हिंदी के अलावा सभी विषयों में फेल हो गए। 

दरअसल चंबल में ये बात फेमस थी कि यहां पर बच्चों को बोर्ड में नकल करवाकर पास करवा दिया जाता था। यही वजह थी कि उन्हें लगा कि वो नकल से पास हो जाएंगे और पढ़ाई नहीं की। लेकिन परीक्षा के दौरान नकल नहीं चली और पूरा स्कूल ही फेल हुआ। 

12 वीं में जब वे फेल हो गए तो लगभग पढ़ाई से उनका भरोसा ही उठ गया। उन्होंने सोचा कि गांव में रहकर ही खेती करेंगे। 12वीं पास करने के बाद वे ग्वालियर आ गए और उसके बाद दिल्ली चले गए जहां उनकी मुलाकात श्रद्धा से हुई जो अब उनकी पत्नी हैं। श्रद्धा भी उनकी प्रेरणा थी जिसकी वजह से वो पढ़ पाए और बाद में दोनों ने यूपीएससी की परीक्षा पास की। 

संघर्ष भरे थे दिल्ली के दिन 

मनोज दिल्ली तो चले गए तैयारी के लिए। लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसलिए खर्च बचाने उन्होंने कई मजदूरी वाले काम किए। उन्होंने कई बार भिखारियों के बीच भी रात गुजारी। मनोज ने एक साक्षात्कार में बताया कि दिल्ली में दिनभर लाइब्रेरी में पढ़ा करते थे रात में जो भी काम मिलता कर लेते थे। 

मनोज एक सफल अधिकारी हैं उनकी मेहनत हर एस्पीरेंटे के लिए एक प्रेरणा है, उनका जीवन ये सिखाता है कि मुश्किलें चाहे कैसी भी अपनी जिद पर अड़े रहने वाले लोग हमेशा सफल होते हैं।

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Rishita Diwan

Content Writer

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