

क्या है डिजिटल इंडिया?
डिजिटल इंडिया भारत सरकार की एक खास पहल है। यह सरकारी विभागों को देश की जनता से जोड़ने का काम करता है। इस सुविधा से बिना कागज के इस्तेमाल के सरकारी सेवाएँ इलेक्ट्रॉनिक रूप से जनता तक पहुंचती है। साथ ही इसका उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से जोड़ना भी है। डिजिटल इंडिया देश को डिजिटल-सक्षम समाज में बदलने का काम कर रही है।
डिजिटल इंडिया के फायदे
फ्यूचर स्किल प्राइम कार्यक्रम के जरिए 6.25 लाख इंफॉरमेशन टेक्नॉलजी प्रोफेशनल्स को पुनः कौशल से लैस किया जाएगा। साथ ही उन्हें कौशल उन्नयन किया जाएगा।
सूचना सुरक्षा और शिक्षा जागरूकता चरण (आईएसईए) कार्यक्रम के तहत 2.65 लाख लोगों को सूचना सुरक्षा के क्षेत्र में ट्रेनिंग दी जाएगी।
यूनिफाइड मोबाइल एप्लिकेशन फॉर न्यू एज गवर्नेंस (उमंग) ऐप/प्लेटफॉर्म के से 540 नई सेवाएं उपलब्ध होंगी।
भारत सरकार के निःशुल्क मोबाइल ऐप उमंग पर वर्तमान में 1,700 से अधिक सेवाएं पहले से ही दी जा रही हैं।
राष्ट्रीय सुपर कम्प्यूटर मिशन के तहत 9 और सुपर कंप्यूटर जोड़े जाएंगे. यह पहले से काम कर रहे 18 सुपर कम्प्यूटरों के अलावा होंगे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड मल्टी लैंग्वेज ट्रांसलेशन टेक्नीक (वर्तमान में 10 भाषाओं में उपलब्ध) भाषिणी को सभी 22 अनुसूची और 8 भाषाओं में शुरू किया जाएगा।
डिजीलॉकर के अंतर्गत डिजिटल दस्तावेज सत्यापन सुविधा दी जाएगी।
स्वास्थ्य, कृषि और टिकाऊ शहरों की जरूरत पर आधारित तीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उत्कृष्टता केंद्र स्थापित होंगे।
12 करोड़ कॉलेज छात्रों के लिए साइबर-जागरूकता पाठ्यक्रम चलाया जाएगा।
उपकरणों के विकास और राष्ट्रीय साइबर समन्वय केंद्र के साथ 200 से अधिक साइटों के एकीकरण सहित साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में नई पहल होगी।