

वैसे तो राजस्थान अपनी कला-संस्कृति और पर्यटन के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। वहीं अब हेरिटेज चंबल रिवर फ्रंट बनने के बाद इसकी खासियत और भी बढ़ गई है। जहां एक तरफ देश-प्रदेश की संस्कृति की झलक यहां पर देखने को मिलेगी तो वहीं दूसरी तरफ देश-विदेश के अलग-अलग व्यंजनों का भी आनंद यहां लिया जा सकेगा। हेरिटेज चंबल रिवर फ्रंट के ब्रांड एंबेसडर रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण को बनाया गया है, जो रिवर फ्रंट की एक साल तक ब्रांडिंग करेंगे, साथ ही वे पर्यटकों से कहेंगे, “कोटा नहीं देखा तो फिर कुछ नहीं देखा”
चंबल रिवर फ्रंट की खासियत
चम्बल नदी का विस्तार 3 राज्यों में है। इसका पानी पेयजल, बिजली, सिंचाई के काम में लिया जाता है। यहां चम्बल माता की 225 फीट ऊंची संगमरमर की मूर्ति भी है जिसकी पूजा की जाती है। साथ ही घड़े से पानी नदी में गिरेगा, 225 फ़ीट ऊंची संगमरमर की मूर्ति विश्व में पहली बार बनाई गई है।
इससे पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू ने यहां के कोटा बैराज डेम का लोकार्पण किया था। रिवरफ्रंट पर जवाहर घाट पर विश्व का सबसे बड़ा गन मेटल का मुखोटा नेहरू फेस मास्क भी स्थापित किया गया है, पर्यटक इसमें से भी रिवर फ्रंट देख सकेंगे।
22 अलग-अलग घाटों की अलग है कहानी
रिवर फ्रंट में 22 घाटों की अपनी अलग-अलग विशेषता है, यहां दुनिया के सबसे बड़े नंदी भी विराजमान हैं। पहली बार यहां पंच तत्व के मंदिर वैदिक घाट पर बनाए गए हैं। गीता घाट जनता को गीता का उपदेश देगी तो शक्ति योग को मानने अद्वितीय योग करता साधक भी यहां दिखाई देगा। एक बगीचे में वृंदावन में 10 अवतारों की मूर्ती भी लगी है। बुलन्द दरवाजे से ऊंचा दरवाजा बनाया गया है जहां ईरानी पेंटिंग आकर्षण का केंद्र है। मुकट महल में 80 फ़ीट ऊंची छत है, सिलिकॉन वैली भी यहां बनाई गई है।
एक विश्व का सपना पंचशील की थीम पर विश्व मैत्री घाट भी बना है। राजपुताना घाट पर राजस्थान के 9 क्षेत्रों की वास्तुकला, संस्कृति को दिखाया गया है। ब्रह्मा घाट पर विश्व की सबसे बड़ी घंटी बनी है। 1300-1400 तापमान में इसे ढाला गया है, 8 किमी दूर तक आवाज भी सुनाई देगी। एलईडी गार्डन देश का पहला गार्डन है जो काफी सुंदर है। इसके अलावा साहित्यिक घाट पर पुस्तक, प्रसिद्ध लेखकों की प्रतिमाएं हैं यहां साहियिक चर्चा की जा सकती है। एक घाट पर शीश महल बनाया बना है जो कि कांच की इमारत है। मीनार भी बनाई गई है।