- भारत को सेलिंग में पहली बार मिला मेडल
- 17 साल की नेहा ठाकुर को एशियन गेम्स में सिल्वर
- गर्ल्स डिंघी आईएलसीए4 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता
भारत की 17 साल की तैराक ने एशियन गेम्स में नए चैप्टर की शुरूआत की है। भारत की नेहा ठाकुर ने पहली बार नौकयान में भारत को मेडल दिलाया है। उन्होंने गर्ल्स डिंघी आईएलसीए4 इवेंट में सिल्वर मेडल जीता है। भारतीय सेलर नेहा ठाकुर ने 11 रेस पूरी होने पर सिल्वर मेडल अपने नाम किया। यह भारत का सेलिंग (नौकायन) में पहला मेडल है। भारतीय टीम को एशियन गेम्स के तीसरे दिन सेलिंग के जरिये ही पहला मेडल मिला है। हांगझोऊ में चल रहे एशियन गेम्स 2023 में भारतीय सेलर ने मेडल जीतकर भविष्य की राह खोल है।
इसकी जानकारी देते हुए साई मीडिया ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि, ”नौकायन में सफलता। नेहा ठाकुर गर्ल्स डिंघी- आईएलसीए4 कैटेगरी में प्रतिनिधित्व करने वाली नेहा ठाकुर ने 11 रेस के बाद एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल हासिल किया है। नेहा का यह मेडल भारत के लिए नौकायन में पहला मेडल है। पूरे कॉपिटिशन के दौरान उनकी मेहनत और निरंतर प्रयास ने उन्हें विजेता बनाया है।”
भोपाल से ली है ट्रेनिंग
नेहा ठाकुर ने नेशनल सेलिंग स्कूल भोपाल से ट्रेनिंग ली है। उन्होंने 32 अंक हासिल करके अपनी जीत पक्की की है। हालांकि, उनका प्रभावी नेट स्कोर 27 का रहा है, इसी वजह से वो दूसरे नंबर पर रही। थाईलैंड की नोपासोरन खूनबूनजान ने गोल्ड मेडल जीत है। नेहा से एक अंक कम सिंगापुर की किएरा मैरी कार्लाइल को ब्रॉन्ज मिला।
सेलिंग कॉन्टेस्ट में नेट स्कोर विजेता तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एथलीट ने जितनी भी रेस में हिस्सा लिया, उसके अंक का हिसाब रखकर विनर तय किया जाता है। एथलीट की सबसे खराब रेस के अंक कुल हासिल किए गए अंकों से घटा दिए जाते हैं। इससे निर्णायक नेट स्कोर का पता चलता है और जिस नाविक का सबसे कम नेट स्कोर होता है, उसे विनर बनाया जाता है।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने एक्स अकाउंट पर नेहा ठाकुर को सिल्वर मेडल जीतने के बाद शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने पोस्ट कर कहा कि”नेहा ठाकुर का शानदार प्रदर्शन रहा, जिन्होंने भारत का गर्ल्स डिंघी- आईएलसीए4 कैटेगरी में लीडरशिप किया। एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने के लिए उन्हें दिल से बधाई। यह सेलिंग में भारत का पहला मेडल है जो कि अच्छी शुरुआत का संकेत है।”